गुजरात में दलित युवको को गरबा देखना पडा़ भारी, सवर्णाे लोगों ने पीट पीट कर की हत्या
By: Tanuj Patel
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मृतक जयेश सोलंकी (फाइल फोटो) |
By: Tanuj Patel
गुजरात। देश में नवरात्री का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। सभी लोग ‘गरबा और डांडिया’ के कार्यक्रम में खुब झूम रहे है खास तौर पर गुजरात में, जो की यह त्यौहार के लिए काफी प्रसिद्ध है। लेकिन इसी गुजरात में एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आयी है। नवरात्री के त्यौहार में गुजरात के गांधीनगर में एक दलित युवक मंदिर में हो रहे गरबा कार्यक्रम को देखने चला गया और कार्यक्रम देखने लगा उसे कुछ सवर्णों समुदाय के लोगों ने वही पर पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया। यह घटना गांधीनगर के आनंद जिले की है।
जानकारी के अनुसार मरने वाले दलित युवक का नाम जयेश सोलंकी बताया जा रहा है। जिसकी उम्र 21 साल के लगभग है। गांव के लोगो ने बताया की जयेश सालंकी अपने कजिन और दो दोस्त के साथ उसके घर के पास बना एक मंदिर में हो रहा गरबा कार्यक्रम को देखने के लिए चला गया और कार्यक्रम देखने लग गया था। तभी कुछ लोगों का एक समूह आया और दलित लड़के की जाति को लेकर जातिसूचक टिप्पणी की लड़के को मंदिर के पास खड़े रहने पर मना किया। जिसके बाद दोनों के बीच बहसबाजी शुरू हो गई। मामला इतना बढ़ गया की दलित युवक के साथ मारपीट तक पहुंच गया।
इस मामले को लेकर भद्रन पुलिस थाने के पुलिस अधिकारी ने बताया की आरोपीयों लोगों ने दलित लड़को से यह तक कहा की आपको गरबा देखने का कोई अधिकार नहीं है। साथ ही उसके साथ जातिसूचक टिप्पणी करते हुए कुछ आदमी को वहां पर बुलाया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी उसके दोस्त और उसके कजिन को एक जुट होकर जयेश को बुरी तरह मार पीट की गई।जयेश के सर को दिवार पर पटकर बुरी तरह से टकराया गया। भीड़ द्वारा मारपीट किये जाने पर गंभीर रूप से घायल जयेश सोलंकी को जिला अस्पताल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह घटना लगभग रविवार की सुबह 4 बजे की बताई जा रही है। पुलिस अधिकारी ने बताया की इस मामले में पुलिस ने आठ आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपी युवको पर आईपीसी की धारा के तहत हत्या और एट्रोसिटी एससी एसटी एक्ट अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस मामले में डिप्टी एसपी (एससी एसटी सैल) एएम पटेल ने कहा है कि यह हमला पूर्व-नियोजित नहीं लग रहा है क्योंकि मृतक जयेश और आरोपी के बीच में कोई प्रतिद्वंद्विता नहीं थी। फिर भी हम मामले की जांच सभी तरह से कर रहे है। जल्द ही आरोपी लोगों के खिलाफ कारवाई कर जल्द ही को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार मरने वाले दलित युवक का नाम जयेश सोलंकी बताया जा रहा है। जिसकी उम्र 21 साल के लगभग है। गांव के लोगो ने बताया की जयेश सालंकी अपने कजिन और दो दोस्त के साथ उसके घर के पास बना एक मंदिर में हो रहा गरबा कार्यक्रम को देखने के लिए चला गया और कार्यक्रम देखने लग गया था। तभी कुछ लोगों का एक समूह आया और दलित लड़के की जाति को लेकर जातिसूचक टिप्पणी की लड़के को मंदिर के पास खड़े रहने पर मना किया। जिसके बाद दोनों के बीच बहसबाजी शुरू हो गई। मामला इतना बढ़ गया की दलित युवक के साथ मारपीट तक पहुंच गया।
इस मामले को लेकर भद्रन पुलिस थाने के पुलिस अधिकारी ने बताया की आरोपीयों लोगों ने दलित लड़को से यह तक कहा की आपको गरबा देखने का कोई अधिकार नहीं है। साथ ही उसके साथ जातिसूचक टिप्पणी करते हुए कुछ आदमी को वहां पर बुलाया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी उसके दोस्त और उसके कजिन को एक जुट होकर जयेश को बुरी तरह मार पीट की गई।जयेश के सर को दिवार पर पटकर बुरी तरह से टकराया गया। भीड़ द्वारा मारपीट किये जाने पर गंभीर रूप से घायल जयेश सोलंकी को जिला अस्पताल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह घटना लगभग रविवार की सुबह 4 बजे की बताई जा रही है। पुलिस अधिकारी ने बताया की इस मामले में पुलिस ने आठ आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपी युवको पर आईपीसी की धारा के तहत हत्या और एट्रोसिटी एससी एसटी एक्ट अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस मामले में डिप्टी एसपी (एससी एसटी सैल) एएम पटेल ने कहा है कि यह हमला पूर्व-नियोजित नहीं लग रहा है क्योंकि मृतक जयेश और आरोपी के बीच में कोई प्रतिद्वंद्विता नहीं थी। फिर भी हम मामले की जांच सभी तरह से कर रहे है। जल्द ही आरोपी लोगों के खिलाफ कारवाई कर जल्द ही को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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