दलित नाबालिग लड़की से रेप, रिपोर्ट लिखाने गई पीड़िता को पुलिस ने थाने से भगाया
By: Tanuj Patel
उत्तरप्रदेश। मैनपुरी में एक दिव्यांग दलित नाबालिग लड़की के साथ रेप हुआ है। मामला जनपद मैनपुरी के बरनाहल थाना क्षेत्र के एक पडौसी गांव का है। यहां की एक 13 वर्षीय दलित मंदबुद्धि नाबालिग लड़की को दरिंदों ने अपनी हवश का शिकार बनाया है। आरोप लगाया है कि आरोपी शिशुपाल सिंह ने युवती को 20 रुपये का लालच देकर पास में स्थित बगीचे की झाडिय़ों में ले गया। जहां पर उसके साथ बलात्कार किया। खून से लथपथ किशोरी को आरोपी मौके पर बेहोशी की हालत में छोड़कर से फरार हो गया।
क्षेत्रीय नेताओं ने पीड़ित के परिजनों पर बनाया राजीनामा का दबाव
जब घटना की जानकारी क्षेत्रीय नेताओं को लगी तो उसने पीड़ित परिजनों पर राजीनामा करने का दबाव बनाने लगे हैं। पीडित लड़की के परिजनो ने बताया की दबाव में यहां तक कहा गया कि रिपोर्ट दर्ज कराएगा तो गांव में नहीं रह पाएगा। जब पीड़िता की मां माइके से घर आई तो उसने कई दिनों बाद पुलिस को सूचना दी। आरोप है कि पुलिस ने पीड़िता की एक नहीं सुनी और गाली गलौज करके थाने से भगा दिया।
मामला जब मीडिय़ा में पहुंचा तो बाद पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
जब पूरा मामला मीडिया के जानकारी में आया तो पुलिस ने आनन-फानन में घटना की रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए जिला अस्पताल भेजा है। इस संबंध में जब मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी रामकुमार से मीडिया ने पूछताछ करनी चाही तो वह कैमरे के सामने घटना के संबंध में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया।
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सांकेतिक तस्वीर |
By: Tanuj Patel
उत्तरप्रदेश। मैनपुरी में एक दिव्यांग दलित नाबालिग लड़की के साथ रेप हुआ है। मामला जनपद मैनपुरी के बरनाहल थाना क्षेत्र के एक पडौसी गांव का है। यहां की एक 13 वर्षीय दलित मंदबुद्धि नाबालिग लड़की को दरिंदों ने अपनी हवश का शिकार बनाया है। आरोप लगाया है कि आरोपी शिशुपाल सिंह ने युवती को 20 रुपये का लालच देकर पास में स्थित बगीचे की झाडिय़ों में ले गया। जहां पर उसके साथ बलात्कार किया। खून से लथपथ किशोरी को आरोपी मौके पर बेहोशी की हालत में छोड़कर से फरार हो गया।
क्षेत्रीय नेताओं ने पीड़ित के परिजनों पर बनाया राजीनामा का दबाव
जब घटना की जानकारी क्षेत्रीय नेताओं को लगी तो उसने पीड़ित परिजनों पर राजीनामा करने का दबाव बनाने लगे हैं। पीडित लड़की के परिजनो ने बताया की दबाव में यहां तक कहा गया कि रिपोर्ट दर्ज कराएगा तो गांव में नहीं रह पाएगा। जब पीड़िता की मां माइके से घर आई तो उसने कई दिनों बाद पुलिस को सूचना दी। आरोप है कि पुलिस ने पीड़िता की एक नहीं सुनी और गाली गलौज करके थाने से भगा दिया।
मामला जब मीडिय़ा में पहुंचा तो बाद पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
जब पूरा मामला मीडिया के जानकारी में आया तो पुलिस ने आनन-फानन में घटना की रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए जिला अस्पताल भेजा है। इस संबंध में जब मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी रामकुमार से मीडिया ने पूछताछ करनी चाही तो वह कैमरे के सामने घटना के संबंध में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया।
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